जब भारत-ऑस्ट्रेलिया के मैच में हुआ था बवाल, फैन्स ने फूंक डाले थे स्टैंड्स

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच टेस्ट सीरीज़ का आगाज़ हो रहा है और 9 फरवरी को पहला टेस्ट मैच नागपुर में खेला जाना है. दोनों टीमों के बीच क्रिकेट सीरीज़ किसी जंग से कम नहीं है, दोनों ही टीमों के खिलाड़ी मैदान पर एक-दूसरे के खिलाफ आक्रामक नज़र आते हैं. अगर इतिहास के पन्नों को खंगालें तो एक टेस्ट मैच ऐसा भी याद आएगा, जब मैदान में दंगे जैसा माहौल हो गया था. 

ऑस्ट्रेलिया की टीम जब 1969 में भारत दौरे पर आई थी, तब उसने 3-1 से जीत दर्ज की थी. सीरीज का पहला मैच मुंबई के ब्रेबॉर्न स्टेडियम में खेला गया था. पहली पारी तक तो सब ठीक चल रहा था, लेकिन दूसरी पारी में जब टीम इंडिया की बल्लेबाजी लड़खड़ाई तब मैदान में आगजनी हो गई और दंगे जैसे हालात हो गए. 

4 नवंबर को ब्रेबॉन में पहला टेस्ट मैच शुरू हुआ, तब भारत ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी का फैसला किया. कप्तान मंसूर अली खान पटौदी की 95 रनों की पारी की बदौलत टीम इंडिया ने 271 रन बनाए थे, जवाब में ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 345 रन बनाए थे. 

यह भी पढ़ें  इस महिला क्रिकेटर ने ट्वीट कर लिखी सूर्यकुमार यादव को अपने दिल की बात

जब दूसरी पारी शुरू हुई तब भारत के लिए बल्लेबाजी करना मुश्किल हो गया. टीम इंडिया को शुरुआत से ही झटका लगना शुरू हो गया था और देखते ही देखते स्कोर 7 विकेट के नुकसान पर 89 रन हो गया. लेकिन जैसे ही भारतीय पारी का आठवां विकेट गिरा था, तब टीम इंडिया के फैन्स ने हल्ला करना शुरू कर दिया और ये शोर कुछ देर में ही बवाल में बदल गया.

114 के स्कोर श्रीनिवास वेंकटराघवन का विकेट गिरा, अंपायर ने उन्हें कैच आउट करार दिया था. लेकिन कमेंटेटर और फैन्स को यह फैसला सही नहीं लगा, इसके बाद मैदान में हंगामा शुरू हो गया. इसके बाद फैन्स बाउंड्री को पार करके मैदान में घुस आए थे, खिलाड़ियों को बचाने के लिए पुलिसवाले भी मैदान में घुस गए थे. 

पुलिस ने कुछ वक्त के भीतर ही इस माहौल को काबू में किया, जिसके बाद मैच को फिर से शुरू किया गया और अंत में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 137 के स्कोर पर ऑलआउट कर दिया. अंत में ऑस्ट्रेलिया ने इस मैच को 8 विकेट से जीत लिया था. अगर भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच मौजूदा टेस्ट सीरीज की बात करें तो इस बार दोनों टीमों के बीच 4 टेस्ट मैच खेले जाने हैं. 

यह भी पढ़ें  श्रीलंका सीरीज में खेलेगा जडेजा जैसा घातक ऑलराउंडर, कप्तान पांड्या का बनेगा बड़ा हथियार