भारतीय क्रिकेट में टेस्ट मैच का महत्वपूर्ण हिस्सा है, और डबल सेंचुरी की गणना में अपना महत्व है। इस बारे में बहुत से प्रश्न हैं, कि कौन है डबल सेंचुरी के असली बादशाह? सचिन तेंदुलकर, सुनील गावस्कर, या विराट कोहली? लेकिन इस उत्कृष्ट सूची में उन सभी को पीछे छोड़ते हुए, ब्रैडमैन हैं जो इस सफलता के असली मालिक हैं।
भारतीय टीम के पूर्व कप्तान विराट कोहली का नाम डबल सेंचुरी के मैदान में सबसे अधिक बार आता है। उन्होंने अब तक सात बार 200 रन का आंकड़ा छुआ है, जिससे वह इस श्रेणी में शीर्ष स्थान पर हैं। गावस्कर और तेंदुलकर तो क्रिकेट इतिहास में बड़े नाम हैं, लेकिन उनकी डबल सेंचुरी में संख्या इतनी बड़ी नहीं है।
इंटरनेशनल क्रिकेट में सबसे ज्यादा डबल सेंचुरी:
- डॉन ब्रैडमैन (ऑस्ट्रेलिया): 12 बार
- कुमार संगकारा (श्रीलंका): 11 बार
- ब्रायन लारा (वेस्टइंडीज): 9 बार
- विराट कोहली (भारत): 7 बार
विराट कोहली का यह उपाधि बहुत ही गर्वशील है, और वह इस खेल के इतिहास में एक महत्वपूर्ण स्थान बना चुके हैं। साथ ही, वीरेंद्र सहवाग और सचिन तेंदुलकर भी इस श्रेणी में शामिल हैं, हर किसी की उपलब्धियों को साबित करते हैं।
भारत के कोच राहुल द्रविड़ भी शामिल हैं:
इसके अलावा, भारतीय टीम के मौजूदा कोच राहुल द्रविड़ ने भी इस क्षेत्र में अपनी महत्वपूर्ण योगदान दी हैं। उन्होंने पाँच बार डबल सेंचुरी जमाई हैं, जो उनकी बड़ी उपलब्धि है।
निष्कर्ष:
इस संदर्भ में, डॉन ब्रैडमैन ने टेस्ट मैच में डबल सेंचुरी में सर्वाधिक बार रन बनाए हैं और उन्हें इस विशेषता का असली बादशाह माना जा सकता है। सचिन तेंदुलकर, सुनील गावस्कर, और विराट कोहली भी महान बैटर हैं, लेकिन इस दृष्टि से देखा जाए तो, ब्रैडमैन की रिकॉर्ड में अपनी अलग मिठास है। वह एक अद्वितीय खिलाड़ी थे जिन्होंने अपनी बल्लेबाजी से क्रिकेट के इतिहास में अद्वितीय स्थान बनाया।