एशिया कप को लेकर बौखलाया पाकिस्तान, भारत में होने वाले विश्व कप को लेकर दी गीदड़ भभकी!

पाकिस्तान में इस साल होने वाले एशिया कप पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। एशियन क्रिकेट काउंसिल (एसीसी) ने उससे मेजबानी छिनने का मन बना लिया है। बहरीन में शनिवार (चार फरवरी) को एसीसी की बैठक आयोजित हुई। इस दौरान एशिया कप को लेकर चर्चा की गई। मेजबानी को लेकर अंतिम निर्णय मार्च में लिया जाएगा। उससे पहले ही पाकिस्तान बौखला गया है।

समाचार एजेंसी एएनआई ने एसीसी के सूत्र के हवाले से बताया है कि पाकिस्तान ने मेजबानी छिनने के डर से धमकी दी है। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने यह धमकी दी है कि अगर उससे मेजबानी छिन ली जाती है तो वह टूर्नामेंट से हट सकता है। साथ ही इस साल भारत में होने वाले वनडे विश्व कप से भी हटने का फैसला कर सकता है।

एक सूत्र के अनुसार, “पीसीबी इस सोच से खुश नहीं है कि एशिया कप को किसी तटस्थ स्थान पर स्थानांतरित किया जाए। संयुक्त अरब अमीरात का नाम सूची में शीर्ष पर है। यूएई को फिर से मेजबानी मिल सकती है लेकिन अगर ऐसा होता है तो पाकिस्तान 2023 आईसीसी विश्व कप के लिए भारत का दौरा नहीं करेगा।”

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नजम सेठी की मांग पर बुलाई गई थी बैठक
एशियाई क्रिकेट परिषद की इस बैठक में सभी सदस्यों ने हिस्सा लिया था। एसीसी के घोषित कार्यक्रम में खुद को मेजबान के रूप में न दर्शाए जाने पर पीसीबी के चेयरमैन नजम सेठी की मांग पर यह बैठक बुलाई गई थी। उन्होंने यह आरोप लगाया था कि कार्यक्रम की घोषणा से पहले उनसे कोई राय नहीं ली गई थी। एसीसी ने इसका मुंहतोड़ जवाब दिया था। तब एसीसी ने कहा था कि दिसंबर 2022 में कैलेंडर को पाकिस्तान बोर्ड सहित सभी सदस्यों के साथ साझा किया गया था, लेकिन उनकी ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई। हालांकि, कुछ अन्य सदस्यों ने कैलेंडर पर अपनी राय शेयर की थी।

पाकिस्तान में महंगा पड़ेगा एशिया कप
इस साल सितंबर में होने वाले एशिया कप की मेजबानी पाकिस्तान को सौंपी गई थी, लेकिन एसीसी के चेयरमैन जय शाह ने अक्तूबर में कहा था कि भारतीय टीम पाकिस्तान का दौरा नहीं करेगी। ऐसा माना जा रहा है कि संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के तीन स्थलों दुबई, अबु धाबी और शारजाह में आयोजन हो सकता है लेकिन फिलहाल फैसले को स्थगित रखा गया है। पाकिस्तान से बाहर कराने के पीछे एक तर्क यह भी है कि वहां डॉलर के मुकाबले पाकिस्तानी रुपया बहुत तेज गिर रहा है। ऐसे में एसीसी को वहां इस टूर्नामेंट के आयोजन में काफी खर्च करना होगा।

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