जब ऑस्ट्रेलियाई टीम ने 2017 में भारत का दौरा किया था, तब केएल राहुल ने छह अर्धशतक की मदद से 393 रन बनाए थे। वो सीरीज में तीसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज थे। इसके बाद 2018 में केएल राहुल खराब फॉर्म से जूझे, लेकिन द ओवल में 149 रन की पारी खेलने में कामयाब रहे। फिर वो टीम से बाहर हो गए।
राहुल ने टेस्ट टीम में वापसी के बाद लॉर्ड्स और सेंचुरियन में शतक जमाए, जिससे कि टेस्ट टीम में अपनी जगह पक्की कर सके। अब ऑस्ट्रेलियाई टीम छह साल बाद भारत टेस्ट सीरीज खेलने वापस आ रही है, लेकिन इस बार केएल राहुल की जगह पर खतरा बना हुआ है। शुभमन गिल के उभरने के बाद चर्चा का विषय बन गया है कि टेस्ट में राहुल से ओपनिंग कराई जाए या फिर वो मिडिल ऑर्डर में बल्लेबाजी करें। इन सभी बातों के बीच केएल राहुल ने अपनी चुप्पी तोड़ी है।
राहुल का ओपनिंग में कमाल
राहुल ने टेस्ट में भारत के लिए ज्यादातर ओपनिंग की है। उन्होंने 45 पारियों में से 42 बार पारी की शुरुआत की और 35.90 की औसत व सात शतकों की मदद से 2513 रन बनाए। 2014 में उन्होंने मिडिल ऑर्डर में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बल्लेबाजी की थी, जहां वो केवल 3 रन बनाकर आउट हो गए थे।
शुभमन गिल शानदार फॉर्म में हैं, जिसके बाद दिग्गज क्रिकेटर्स हरभजन सिंह ने उनका समर्थन करते हुए ओपनिंग के लिए उपयुक्त ठहराया। हरभजन चाहते हैं कि रोहित शर्मा के साथ पारी की शुरुआत शुभमन गिल करें। ऐसे में राहुल के पास केवल मिडिल ऑर्डर में बल्लेबाजी करना बनता है। हालांकि, राहुल को मिडिल ऑर्डर में तगड़ी टक्कर मिलनी तय है क्योंकि सूर्यकुमार यादव को इस जगह भरने का उपयुक्त दावेदार माना जा रहा है।
प्लेइंग 11 अभी तय नहीं
राहुल ने नागपुर में प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कहा, ‘अगर टीम चाहेगी कि मैं मिडिल ऑर्डर में खेलूं, तो मैं इसके लिए तैयार हूं।’ इसके साथ ही केएल राहुल ने नागपुर टेस्ट में भारत की प्लेइंग 11 को लेकर संकेत भी दिए।
राहुल ने कहा, ‘भारत में स्पिन के लिए मददगार होती पिच को देखते हुए माना जा रहा है कि तीन स्पिनर्स को आजमाया जाएगा, लेकिन हमें मैच के दिन की पिच का पता है। अभी प्लेइंग 11 का फैसला नहीं हुआ है क्योंकि चयन मुश्किल फैसला है। कुछ जगहें भरना बची हैं।’