टी20 विश्व कप के लिए भारतीय क्रिकेट टीम का स्क्वाड घोषित हो गया है, और इसमें कुछ बड़े नामों की अचानक ग़ैरमौजूदगी से चर्चा हो रही है. केएल राहुल, श्रेयस अय्यर, और युजवेंद्र चहल जैसे अनुभवी खिलाड़ीयों को स्क्वाड में शामिल नहीं किया गया है।
आगे क्या होगा?
इन बदलावाती हालातों में टीम इंडिया के समर्थन में कुछ प्रमुख खिलाड़ी गुम हो गए हैं, जिनमें केएल राहुल का नाम शामिल है। उनकी तीव्र स्ट्राइक रेट और स्थायिता के बावजूद, टीम के मैनेजमेंट ने उन्हें इस महत्वपूर्ण टूर्नामेंट से बाहर कर दिया है। श्रेयस अय्यर और युजवेंद्र चहल की वापसी की उम्मीद भी टूट गई है, जो स्वाभाविक रूप से इस टीम के लिए महत्वपूर्ण रोल निभा सकते थे।
स्ट्राइक रेट पर सवाल?
केएल राहुल की स्ट्राइक रेट पर उठते सवालों के बावजूद, उन्होंने अंतरराष्ट्रीय टी20 मैचों में अपनी क्षमता को साबित किया है। हालांकि, इस बार उनका नाम स्क्वाड में नहीं है, जिससे उन्हें छोड़कर टीम में कमी हो सकती है। श्रेयस अय्यर भी विशेषकर बारीक रन बनाने में अच्छे हैं, लेकिन उनकी स्थिति भी संदिग्ध है।
युजवेंद्र चहल को मिलेगी जटिलता
विकेट-टेकिंग बॉलर युजवेंद्र चहल को स्क्वाड से बाहर करना, जबकि रवि बिश्नोई जैसा युवा गेंदबाज उपलब्ध है, एक दूरदराज निर्णय है। चहल की खासियत उनकी गेंदबाजी की बुद्धिमत्ता है, लेकिन बिश्नोई का युवा उत्साह भी उन्हें मजबूत विकल्प बना देता है।
आंकड़े बताते हैं कहानी
केएल राहुल ने अपने 72 अंतरराष्ट्रीय टी20 मैचों में 139.13 की स्ट्राइक रेट से 1397 रन बनाए हैं, जबकि श्रेयस अय्यर का स्ट्राइक रेट 136.13 है और उन्होंने 44 मैचों में 934 रन बनाए हैं। वहीं, युजवेंद्र चहल ने 80 टी20 मैचों में भारत का प्रतिनिधित्व किया है और 96 विकेट हासिल की हैं, जबकि रवि बिश्नोई ने 21 मैचों में 34 विकेट लिए हैं।